Thursday, November 23, 2023

शौर्य गाथा 90

 भाईसाहब समझदार हो रहे हैं और इनकी समझदारी धीमे धीमे बहुत प्यारी लगने लगी है। वे बैट बॉल से खेल रहे हैं और बॉल मम्मा को लग जाती है। वे तुरंत मम्मा के पास पहुंचते हैं "मम्मा आपको लगी तो नहीं? " और तुरंत Hug कर लेते हैं।

ऐसे ही भाईसाहब चाचू के साथ खेल रहे हैं। चाचू को बैट लग जाता है। भाईसाहब तुरंत जाते हैं, चाचू से कहते हैं "धुको... धुको (झुको)..." और झुकते ही गाल पर पुच्ची कर लेते हैं। फिर कहते हैं "चाचू मैं एंबुलेंस बुलाता हूं... आप चिंता नहीं करो."
फोटो: चाचू और शौर्य
May be an image of 2 people, child and people smiling

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