Saturday, August 6, 2022

भोपालनामा 3

 शाम-ए-शहर-ए-दिल्ली तुम्हारे संग खूबसूरत हो जाती है. संग तुम्हारे मैं भोपाल से इश्क़ में पड़ जाता हूं. जैसे शहर से इश्क़ होने के लिए उस शहर तुम्हारा होना जरूरी हो.