"अग़र कुछ करना है
तो कर डालो
वरना शुरू भी मत करना !
अग़र कुछ करना है
तो कर डालो
भले ही तुमसे छूट जाए
तुम्हारी प्रेमिका
या पत्नी
या नौकरी
या फ़िर तुम्हारा दिमाग
लेकिन तुम कर डालो !
हो सकता है
तुम कुछ खा भी न पाओ
कई दिनों तक
सर्दी में ठिठुरते रहो
बाहर किसी बेंच पर
जेल भी जाना पड़े शायद
सहना पड़े उपहास
सहने पड़े लोगों के ताने
और अकेलापन ।
अकेलापन एक उपहार है
और बाकी सब परीक्षा है
तुम्हारे धैर्य की
और तुम्हारे जूनून की
कि तुम किस हद तक जाओगे
ऐसा कर डालने के लिए ।
और तुम कर जाओगे
लोगों के साथ बिना भी
तमाम रुकावटों के बाद भी
तुम कर जाओगे उसे
किसी भी और चीज़ से बेहतर ।
अग़र कुछ सोचा है करने को
तो पूरा करना ज़रूर
उसके जैसा कोई एहसास नहीं ।
और जब तुम बढ़ जाओगे आगे
तो पाओगे अपने चारों तरफ़
आग से चमकती रात
लेकिन तुम आगे बढ़ना
तुम करना, तुम करना , पूरा हासिल करना
छोड़ना नहीं कहीं बीच में ।
जब पूरा कर लोगे वो
जो सोचा था
उस भरपूर ख़ुशी के बीच
लड़ना होगा तुम्हें
असली युद्ध ! "
English Original :