Saturday, April 22, 2023

शौर्य गाथा : इश्तोरी सुनाओ...इश्तोरी

 


भाईसाहब को कुछ दिन से कहानियां सुनने का नया शौक चढ़ा है। मम्मा सुलाने के लिए कहानियां सुनाती हैं। इसके लिए मम्मा-पापा ने कुछ स्टोरी बुक्स खरीदी हैं, पंचतंत्र की कहानियां खरीदी हैं। चंपक का सब्सक्रिप्शन भी लिया है, लेकिन कभी डिलीवर नहीं हुई है।

आजकल ये सोने नहीं बस कहानियां सुनने बेड पर आते हैं। इनकी डिमांड अलग अलग कहानियां सुनने की हो रही है। हमारी कहानियां खत्म हो चुकी हैं, इसलिए हम अपने मन से बना रहे हैं।

भाईसाहब बोलते हैं "पापा, एंबुलेंस की इश्तोरी (story) सुनाओ"

पापा बेचारे कहानी सुनाते हैं "एक मम्मा कार थी, उसकी दो बेबी कार थीं - C1 और C2, दोनों बेबी कार बड़े हुए और एक एंबुलेंस बना और एक पुलिस। एक बार एक कॉल आया कि एक्सीडेंट हो गया है तो दोनों सूं.. सूं.. सूं.. सूं.. कर के गए और एक्सीडेंट वाली कार्स की मदद की। हमें सबकी मदद करनी चाहिए C1 और C2 के जैसे।"

आपको लग रहा होगा कि ये कहानी सुनते सुनते सो गए होंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं...

भाईसाहब कहानी खत्म होते ही बोले "पापा एक्छीडेंत की इश्तोरी सुनाओ...एक्छीडेंत की।"

अब बेचारे पापा भाईसाहब को कहानी सुनाने एक्सीडेंट में कुछ सकारात्मक ढूंढ रहे हैं।

#शौर्य_गाथा