Tuesday, May 20, 2014

खुद पानी बन जाना




तुम मेरे रास्ते नदी बहा देना,
पानी बन जाना
और डुबा देना नियति को.
ख़ुदा के बनाये तमाम नियमों को धता बता कर
चले आना,
खुद पानी बन जाना,
मेरे रास्ते नदी बहा देना.

लाख टके के कायदे
दो टके में बेच के,
चल देना अपने रस्ते.

लोग पूछें
तो कह देना-
'खुद का काम देखें,
आधी आबादी भूखी है,
खाने का सामान देखें.'

ख़ुदा आये तो पूछ लेना-
'हेडमास्टर था क्या कहीं?'
तमाम नियम बना डाले,
जीने-मरने के.'

खुद का ख़याल रखना,
सवाल तमाम रखना,
रौशनी चुरा लेना,
डर को डरा देना.
फिर पानी बन जाना,
भागीरथी सा बह जाना,
मेरे रास्ते भी नदी बहा देना.


Pic: from explore.org

Saturday, May 17, 2014

सुगना की बेटियां





सुगना ने बेटियां की पैदा चार,
एक मरी डेंगू से हो बीमार.
लाला से उधारी थी अनेक
तो दूसरी चढ़ी लाला की भेंट.
तीसरी जन्मते ही दफना दी गई,
लड़की होने की सज़ा जन्मते पा गई.

सुखना की पांचवी संतान बेटा है
इसलिए चौथी बेटी कुपोषित है,
मावा-मच्छी बेटे को समर्पित है
इसलिए चौथी की मौत नियोजित है.

आप पूछते हैं- 'सुगना का घर कहाँ है?'
बुंदेलखंड के हर दूसरे घर में सुगना है. 



Wednesday, May 7, 2014

Chain Smoking


तुमने सिगरेट पी है?
कश लवों पे रखे हैं सिलसिलेवार?

हाँ मैंने इश्क़ किया है.
इसकी फिदरत भी स्मोकिंग से कम नहीं-
आता है,
सांसे भर देता है,
फिर दर्द का कैंसर छोड़ चला जाता है.
 ...बाकि उम्र हम मौत का इंतज़ार करते
दर्द में जीते हैं.

क्या तुमने कभी सिगरेट पी है?
हाँ मैंने इश्क़ किया है.