Tuesday, February 17, 2015

जो अन्न उगाता है उसे कहो / बर्तोल ब्रेख्त

जो अन्न उगाता है उसे कहो
वह जल्द ही मर जायेगा
उसे कहो कौन जिन्दा रहेगा
वो जो अन्न खाता है

हल में जुत जाओ,
जुतते-जोतते, मिटते-मरते
ये दिन भी गुजर जाएगा.

( बर्तोल ब्रेख्त को मरोड़कर )

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Original (German) :

Sag ihm, wer den Wagen zieht

Sag ihm, wer den Wagen zieht
er wird bald sterben
sag ihm wer leben wird?
der im Wagen sitzt
der Abend kommt
jetzt eine Hand voll Reis
und ein guter Tag
ginge zu Ende

English Translation : 

Tell him who pulls the car
he will die soon
tell him who shall live ?
sitting in the car
comes the evening
now a handful of rice
and a better day
was going to end.

प्रेमिका का गीत / बर्तोल ब्रेख्त

1. मैं जानता हूँ, मेरी जान, मेरी बीहड़ ज़िन्दगी की वज़ह से मेरे बाल
झड़ रहे हैं और मुझे पत्थरों पर सोना पड़ता है। तुम मुझे ठर्रा पीते देखती
हो और मैं हवा में उघाड़े बदन घूमता-फिरता हूँ ।

2. लेकिन एक समय था, मेरी जान, जब मैं निष्पाप था ।

3. मेरी एक औरत थी जो मुझसे ज़्यादा ताक़तवर थी, जैसे घास बैल से
ज़्यादा ताक़तवर होती है - वह फिर सीधी तन जाती है ।

4. वह जानती थी कि मैं दुष्ट हूँ और मुझसे प्यार करती थी ।

5. उसने कभी नहीं पूछा वह रास्ता वहाँ जाता था और उसका रास्ता था
और शायद वह नीचे को उतरता था। जब वह मुझे अपनी देह
सौंपती तो कहती-बस। और उसकी देह मेरी देह बन जाती।

6. अब वह कहीं नहीं है। वर्षा के बाद बादल सरीखी वह ग़ायब हो गई ।
मैंने उसे छोड़ दिया और वह नीचे गिरती चली गई क्योंकि वही
उसका रास्ता था ।

7. लेकिन कभी-कभार रात को जब तुम मुझे शराब पीते देखती हो,
मुझे उसका चेहरा नज़र आता है - हवा में विवर्ण, मज़बूत और मेरी तरफ़ मुख़ातिब
और मैं हवा में झुक कर उसे सलाम करता हूँ ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : नीलाभ