Friday, April 4, 2014

21 Grams



रूह देखी है कभी?
MacDougall ने कहा था,
आदमी की रूह है
कुल जमा 21 ग्राम.
मक्खी की?
कुत्ते की?
अमीबा की?
मैं ढूँढता रहा सबकी रूह,
लेता रहा वजन.
घूम सारी दुनिया
देखा आदमी.
मरता-मारता आदमी,
मजहबी, मतलबी आदमी,
पैसा-पैसा बटोरता आदमी,
बंदूकें चलाता, लाशें बिछाता
जमीने हड़पता आदमी.
एहसास हुआ,
आदमी की रूह एक मिलीग्राम की भी नहीं! 


*MacDougall = Duncan MacDougall