सड़कनामा
प्यार करना बहुत ही सहज है, जैसे कि ज़ुल्म को झेलते हुए ख़ुद को लड़ाई के लिए तैयार करना. -पाश
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Thursday, June 30, 2011
लफ्ज़
लफ्ज़ दर
लफ्ज़
बदलते हैं मौसम
कभी रौशनी से सरोबार
तो कभी घुप अँधेरा.
तेरे दो प्यार भरे लफ्ज़
दिन कर देते हैं रोशन.
.....और तेरा एक पल का गुस्सा,
कर देता है दिन बर्बाद!
~V!Vs***
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