सड़कनामा
प्यार करना बहुत ही सहज है, जैसे कि ज़ुल्म को झेलते हुए ख़ुद को लड़ाई के लिए तैयार करना. -पाश
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Pablo Neruda
Douglas Malloch
Wednesday, March 26, 2014
बुढ़ापा
झुक गई कमर,
टूट गये दांत.
पोपले मुंह से पोपली बातें,
जवान बेटों के किस्से
बहुओं का प्यार
नाती-पोतों की नादानी
बेटियों को दामादों से मिले
तमाम उपहार.
लाठी सम्हाल सम्हाल,
ढेरों पोपली बातें कर,
कोने में बेंत पे
बैठ गया बुढ़ापा,
एकाकी बुढ़ापा.
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