मैंने खून से कहा-
मत बहा कर इतना
देख सदियों तू बहा
इतिहास बना,
और बच्चों को पढ़ना पड़ता है वो इतिहास,
दर्ज़ करनी पड़ती हैं तमाम तारीखें
फ़ैल-पास का उठाना पड़ता है जोखिम.
'बहाने वाले तुम्हीं थे,
इतिहास में दर्ज़ करने वाले तुम ही.
लालसाएं तुम्हारी, लोलुप्त तुम
अपनों का खून बहाते रहे.
निहायत ही बेवकूफ इंसान,
ईश्वर ने तुम्हें इसलिए जन्मा था?'
खून तल्ख़ी से बोला
....और अब मैं बिलकुल चुप था!