सड़कनामा
प्यार करना बहुत ही सहज है, जैसे कि ज़ुल्म को झेलते हुए ख़ुद को लड़ाई के लिए तैयार करना. -पाश
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Pablo Neruda
Douglas Malloch
Tuesday, October 7, 2014
Street Children
मैंने सूट पहना
टाई बांधी
चमचमाते जूते पहने,
कार की चाबी उठाई
और आईने में निहारा.
न आईना मुस्कुराया न मैं.
अक्सर सिग्नल पे
हँसते बच्चे देख सोचता हूँ-
'कचरे में ख़ुशी पलती कैसे है?'
हम पा कर भी
बहुत कुछ खो देते हैं.
न पा कर भी
वे बहुत कुछ पा लेते हैं.
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