Friday, December 2, 2016

उम्र 25 में बुद्ध



तुम बुद्ध की उम्र तक 
पहुँचते-पहुँचते वैरागी होने वाले हो.
अफ़सोस! मेरे अंदर लौ  उत्पन्न न हुई.

मैंने अपना वक़्त अप्राप्य प्रेम में लगाया,
शुक्र है तुमने खुद को मांजने में.

तुम्हें बुद्ध वहां पहाड़ों में नहीं मिलना था,
न मिला होगा, न मिलेगा.

तुम बुद्ध हो,
अन्तर्निहित बुद्ध है.

No comments: