Sunday, January 2, 2011

.....रख सकता हूँ अपना ख्याल माँ!

तो तुम हो वो......
जो अनचाहे ही,
आ जाते हो,
कभी भी-कहीं भी,
बेवजह ही,
बिन कहे ही.

मैं नहीं चाहता,
इस तरह तुम यकायक से आओ..
बिन कहे ही,
मेरी संग चलो,
मुझे बिन बताये ही.

मैं रख सकता हूँ अपना ख्याल.
बच्चा नहीं रहा अब. 

तुम्हारे जन्म देने से अबतक,
पूरे कर लिए हैं कई पड़ाव.
......और फिर हमेशा ही बनी रही है आपकी छाँव.

अब मैं बच्चा नहीं रहा ना!
तो रख सकता हूँ अपना ख्याल माँ. 

~V!Vs***

1 comment:

Saumya said...

lovely....pure...unadulterated love :)