Thursday, February 22, 2024

शौर्य गाथा 109

 पापा 5 सेकंड रूल वाले हैं। मतलब कोई भी खाने की चीज जमीन पर गिर गई है तो तुरंत उठा-पौंछकर खा सकते हैं।

मम्मा अपोजिट है। एक बार जमीन पर गिरी चीज मतलब 'अखाद्य' हो गई। भाईसाहब मां पर गए हैं।
एक बार भाईसाहब बेड पर से मखाना खा रहे हैं। एक मखाना इनके हाथ से बेड पर गिर जाता है। चूंकि नीचे गिर गया है इसलिए ये खा नहीं सकते और आसपास कुछ ऐसा है नहीं कि वहां अलग करके रख दिया जाए, इसलिए उठाते हैं और पापा के देकर कहते हैं "पापा खा लो, नीचे गिर गया था।" फिर मम्मा की ओर देखते हैं और कहते हैं "मम्मा नीचे गिर गया था तो मैंने पापा को दे दिया।"
पापा मम्मा एक दूसरे की ओर देख रहे हैं। मम्मा कहती है "बेटा ऐसा नहीं करते किसी को..." और भाईसाहब बीच में बात काट कर कहते हैं "मैंने जानबूझ कर दिया... जानबूझकर..." और अपनी प्यारी सी हंसी में हंसने लगते हैं।
पापा ने वैसे तो मम्मा की कभी बात नहीं सुनी लेकिन उस दिन से 5-सेकंड-रूल से तौबा कर लिया है।

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